"तू ये रस्मे वादे सभी छोड़ के, तू चली आ यहां चुनर ओढ़ के या चला जाऊंगा मैं ये जग छोड़ के।
अब अब पोजीशन बिल्कुल साफ हो रही है । बात पुलिस में रिपोर्ट करने की बनती है क्योंकि यह आदमी आत्महत्या करने की धमकी दे रहा है और आत्महत्या करना एक अपराध है ।
इसको पढ़िए:
भारतीय दंड संहिता अध्याय XVI (सेक्शन 309)
"जो कोई आत्महत्या करने का प्रयास करेगा और ऐसा अपराध करने की दिशा में कोई कार्य करेगा, उसे साधारण कारावास से, जिसकी अवधि एक वर्ष तक की हो सकेगी, या जुर्माने से, या दोनों से, दंडित किया जाएगा।"
इस आदमी का फ्यूचर कुछ नहीं है । झाड़ू पोछा फ़टका का काम, रूपए पैसे और खाने पीने की किल्लत और एक कमरे में गुजारिश। वह लड़की तो इससे शादी करने से रही।
यहां पर दो विकल्प आ रहे हैं ।अगर पुलिस आ गई टाइम पे तो वह जेल में चला जाएगा 1 साल के लिए क्योंकि जुर्माना देने के लिए तो उसके पास पैसे है नही । जेल में खाना पीना भी फ्री में हो जाएगा।
अगर देर में आती है पुलिस तो आत्महत्या कर चुका होगा अगर हिम्मत जुटा पाया।
नतीजा यह होगा कि जिन लोगों के यहां झाड़ूपोंछे काम कर रहा था वह अब खुद बर्तन मांजने का काम फिर शुरू कर देंगे। इसके अलावा कुछ दिनों तक पुलिस उनके यहां पूछताछ करने के लिए आती रहेगी और चाय पीते रहेगी ।
अगर गलती से इसने आत्महत्या कर ली तो इसके मरने के बाद क्या पुलिस उस लड़की से पूछताछ करेगी ? क्या पुलिस उस लड़की को गिरफ्तार करेगी ? फिल्म में तो यह हुआ नहीं क्योंकि राजेश खन्ना जो यह गाना गा रहा था वह एक फॉरेस्ट ऑफिसर है । गाना गाकर पब्लिक को बेवकूफ बना रहा था।
पर अगर आप इस तरह की हरकत करोगे तो भैया पकड़े जाओगे और अंदर जाकर मुफ्त का खाना खाओगे।
तो मेंरी तो यह सलाह है की सड़क पर जब जा रहे हो तो गाना मत गाया करो।
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