प्रकृति के कुछ चमत्कार
हमें आदत पड़ जाती है बहुत सी चीजों की और उन्हें देखकर हमें आश्चर्य नहीं होता। लेकिन यह चीजें ऐसी होती हैं जो किसी चमत्कार से कम नहीं है।
एक चमत्कार है जुगनू जो अंधेरे में रोशनी करता है। दूसरे शब्दों में जुगनू अंधेरे में टॉर्च लेकर चलता है और उस टॉर्च की बैटरी कभी खत्म नहीं होती हैं।
एक चिड़िया है जिसको अंग्रेजी में वुडपैकर और हिंदी में कठफोड़वा कहते हैं. इसकी आंखों में शायद एक्सरे है और वह किसी भी लकड़ी के अंदर कोई कीड़ा हो तो देख लेती है तो अपनी लंबी मजबूत चोंच से लकड़ी को फोड़ के कीड़े को खा जाती है। एक और चिड़िया है बया और उसका घोसला तो प्रकृति का चमत्कार ही समझे। एक छोटी चिड़िया जिसके न हाथ हैं न कोई औजार है एक बहुत ही सुंदर घोंसला कैसे बना देती है यह कहना बड़ा मुश्किल है।
एक पौधा है जिसका नाम छुईमुई है यह चमत्कारी पौधा है। आप पौधे के पास जाइए चारों तरफ पत्तियां फैली हुई है आप उसकी किसी भी पत्ती को टच कीजिए और अचानक छुईमुई के पौधे की सभी पत्तियां मुरझा जाएंगी और कई मिनट के बाद फिर ठीक हो जाती है अगर खतरा टल गया तो।
कुछ पेड़ पौधों के फलों की पैकिंग को देखकर आश्चर्य होता है। इतनी सुंदर पैकिंग तो मनुष्य भी नहीं कर सकता इतनी बड़ी संख्या में। उदाहरण के लिए एक मूंगफली देख लीजिए। एक लंबी मूंगफली के अंदर अगर तीन दाने हैं तो हर एक को अलग-अलग एक लाल रंग के पतले छिलके में पैक किया गया है फिर उन तीनों दानों को तीन अलग-अलग खानों में एक कड़ी छिलके वाले पैकेट में बंद किया गया है।
एक जीव है कछुआ । पूरा कछुआ एक बहुत सख्त ढक्कन के नीचे रहता है, अपनी सुरक्षा के लिए।जब उसे लगता है कि वह सुरक्षित है तो हाथ पांव और सर बाहर निकाल देता है और धीरे-धीरे चलते लगता है फिर अगर उसे आप छूते तो हाथ तो सर सब अंदर चले जाते हैं।
मशहूर विज्ञानिक सर जे सी बोस ने यह पाया कि पेड़ पौधे भी जीव होते हैं उनमें जान होती है और फीलिंग होती है। कद्दू की बेल को ही बढ़ते हुए किस तरह उन्हें पता चल जाता है कि वहां पर कोई टहनी है और फिर उनके लता में से एक स्प्रिंग जैसा चीज निकलती है और वह पेड़ या डंडी के चारों तरफ घूम के उसको बांध लेती है । जब तेज हवा चलती है तो उसी स्प्रिंग की वजह से उसके अपनी बेल में कोई नुकसान नहीं होता।
कभी आपने सोचा है कि एक ही जमीन के अंदर से नींबू का पेड़ निकलता है जिसमें खट्टा रस होता है और उसी जमीन के अंदर से एक आम का पेड़ पैदा होता है जिस के रस में मिठास होती है और उसी जमीन के अंदर से करेले की बेल निकलती है जिसका फल बिल्कुल कड़वा होता है और उसी जमीन के अंदर से एक मिर्च का पौधा निकलता है जिससे बहुत तेज होती है। जमीन वही है पर कमाल है उस छोटे से बीज का जिसके अंदर प्रकृति ने एक ऐसा फार्मूला दे दिया है जिससे जिस पौधे का वह बीज है वही पौधा फिर से तैयार हो जाता है। यह सब काम का कमाल है उस पौधे के बीज के अंदर डीएनए का जिसका वैज्ञानिक भी अब लोहा मान गए हैं। उसके अंदर जो इंटेलिजेंस है उसके पीछे किसी अदृश्य शक्ति का हाथ है जिसे हम ईश्वर कह सकते हैं।
रोजमर्रा के काम तो होते ही रहते हैं पर कभी बाहर बैठकर पेड़ पौधों को अगर आप देख रहे हैं तो इन बातों पर विचार कीजिएगा जो मैंने अभी कही है।
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