गधा
आजकल गधा नहीं दिखाई देता है।
हमारे बचपन में सड़क पर धोबी के गधे कपड़े लादे रोज दिखते थे। उस जमाने में यह कहावत थी कि अगर विद्यार्थी कोई टॉपिक पढ़ रहे हो इम्तहान के पहले और उस समय गधा रेकने लगे तो उस टॉपिक पर एक सवाल इम्तहान में निश्चित रूप से आता था। अब आजकल के बच्चों को पता ही नहीं चल पाता कि इम्तिहान में क्या सवाल पूछे जाने हैं क्योंकि गधे तो गायब हो गए।
दुनिया में सबसे बड़े गधे अंग्रेज होते हैं । मेरा मतलब इंग्लैंड के गधों से है मनुष्य से नहीं । विश्व के सबसे प्रसिद्ध गधे हार्टफोर्डशायर मैं पाए जाते हैं । अब यह तो पता नहीं यह दुनिया के सबसे अच्छे गधे क्यों माने जाते हैं । मैं तो समझता हूं हमारे अपने स्वदेशी गधे दुनिया में सबसे अच्छे हैं क्योंकि सीधे-साधे हैं और एक जमाने में बहुत मेहनती हुआ करते थे जब धोबी के साथ रहते थे।
गधा का रिश्तेदार खच्चर होता है और खच्चर का कोई ज्यादा जिक्र नहीं होता है फिर भी एक बार खच्चर प्रसिद्ध हो गया था हॉलीवुड में , जब खच्चर पर फिल्म बनी "फ्रांसिस द टॉकिंग म्यूल। अंग्रेजी में म्यूल गधे को कहते हैं। इस फिल्म का हीरो एक खच्चर था जो मनुष्य की तरह बोलता था।
हिंदी के एक प्रसिद्ध व्यंग कार कृष्ण चंदर ने एक किताब लिखी है "एक गधे की आत्मकथा" और उसके बाद "एक गधे की वापसी" । इन दो पुस्तकों से गधे को समझने में काफी सहायता मिलती है। अगर जैसा इन दो पुस्तकों में है इसी तरह सभी गधे मनुष्य की भाषा बोलने लगे तो क्या होगा ? होगा यह कि जब एक बाप अपने बेटे से झूझला के कहे "अबे गधे इधर आ" तो दौड़ता हुआ बाहर खडा गधा अंदर घुस आएगा और रेकने लगेगा।
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